मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
यही इन बच्चों की होशियारी का मापदंड हो गया है-बहुत खूब!
घटना का आर्थिक पक्ष महत्वपूर्ण है।यह बात भी बच्चो को सिखाना जरुरी है।
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यही इन बच्चों की होशियारी का मापदंड हो गया है-बहुत खूब!
घटना का आर्थिक पक्ष महत्वपूर्ण है।यह बात भी बच्चो को सिखाना जरुरी है।
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