मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
सटीक! :-)
हा हा बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई .... सटीक है
सही है.
कार्टून में पीछे खड़े डूबे जी शायद सोच रहे हैं- ये तो होलिका है, इसमें मज़ा बेमोल का है !!!!
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4 टिप्पणियां:
सटीक! :-)
हा हा बाकी कुछ बचा तो मंहगाई मार गई .... सटीक है
सही है.
कार्टून में पीछे खड़े डूबे जी शायद सोच रहे हैं- ये तो होलिका है, इसमें मज़ा बेमोल का है !!!!
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