मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
...बहुत सुन्दर !!!
इस गरीब पर तो तेल छिडकने की भी जरूरत नहीं ..वो बेचारा तो बिना तेल के ही जल रहा है!
मजो आ गयो थारो कार्टून देख के
श्रीमान, बहुत बुरा हाल है. पेट्रोलियम, सीमेंट, लोहा, सीमेंट सस्ता होना चाहिये था.
हा हा दैट मीन्स यू आर फ़ायर्ड मि. आम जनता।बहुत मज़ेदार तंज़, एकदम वाजिब।
ये आम बजट है कि चुसनी - आम ?तीन चित्र भा गए, हाय ! रा.s.s..म !
एक टिप्पणी भेजें
7 टिप्पणियां:
...बहुत सुन्दर !!!
इस गरीब पर तो तेल छिडकने की भी जरूरत नहीं ..वो बेचारा तो बिना तेल के ही जल रहा है!
मजो आ गयो थारो कार्टून देख के
श्रीमान, बहुत बुरा हाल है. पेट्रोलियम, सीमेंट, लोहा, सीमेंट सस्ता होना चाहिये था.
श्रीमान, बहुत बुरा हाल है. पेट्रोलियम, सीमेंट, लोहा, सीमेंट सस्ता होना चाहिये था.
हा हा दैट मीन्स यू आर फ़ायर्ड मि. आम जनता।
बहुत मज़ेदार तंज़, एकदम वाजिब।
ये आम बजट है कि चुसनी - आम ?
तीन चित्र भा गए, हाय ! रा.s.s..म !
एक टिप्पणी भेजें