8 जनवरी 2010


3 टिप्‍पणियां:

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

भाई साहब, बताइये तो सही कि कौन सी जगह पर , ताकि मैं सही जगह पर गोताखोर भेज सकू ? :)

Udan Tashtari ने कहा…

सही है!!

Gyan Dutt Pandey ने कहा…

मैं भी अरहर की दाल का कट्टा तापता हूं - शायद गर्मी मिले! :)