मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
वाह! सही है.
ये सद्दी से कट गया है...अब रोकना बस में नहीं..अपने आप नीचे आये तो आये.. :)
सद्दी से कटना क्या होता है? यानी ग्लाइडर बन जाना? तब तो क्रैश अवश्यंभावी है। :)
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3 टिप्पणियां:
वाह! सही है.
ये सद्दी से कट गया है...अब रोकना बस में नहीं..अपने आप नीचे आये तो आये.. :)
सद्दी से कटना क्या होता है? यानी ग्लाइडर बन जाना? तब तो क्रैश अवश्यंभावी है। :)
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