मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
यह तो बड़ा सीरियस चार्ज है। शायद सही न हो।
डूबेजी,सच, बाजी तो पलट गई है, लेकिन नेता इतने भी गिर सकते हैं, कहा नहीं जा सक्ता !!!!!!- विजय
उम्दा विचार
:)..badhiya!
एक टिप्पणी भेजें
4 टिप्पणियां:
यह तो बड़ा सीरियस चार्ज है। शायद सही न हो।
डूबेजी,
सच, बाजी तो पलट गई है,
लेकिन नेता इतने भी गिर सकते हैं,
कहा नहीं जा सक्ता !!!!!!
- विजय
उम्दा विचार
:)..badhiya!
एक टिप्पणी भेजें