मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
bhut achhe.
नमस्कार। बहुत ही सुंदर। रोचक एवं यथार्थ।
wah.....wah... अच्छा लिखा....जारी रखें
बिलकुल सच है राजेश जी, हडताल में तो ईमानदारी है :)***राजीव रंजन प्रसाद
वाह...भाई वाह.हम समझे ये तैरेंगेक्यूँ भईया ये डूबे जी नीरज
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5 टिप्पणियां:
bhut achhe.
नमस्कार। बहुत ही सुंदर। रोचक एवं यथार्थ।
wah.....wah... अच्छा लिखा....जारी रखें
बिलकुल सच है राजेश जी, हडताल में तो ईमानदारी है :)
***राजीव रंजन प्रसाद
वाह...भाई वाह.
हम समझे ये तैरेंगे
क्यूँ भईया ये डूबे जी
नीरज
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