मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
:)
सारे कानून का क्रियान्वयन पुलिस के स्वविवेक पर निर्भर है जो चंद सिक्को मे उपलब्ध है।
:) वाह!!***राजीव रंजन प्रसाद
:) :Dघुघूती बासूती
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5 टिप्पणियां:
:)
सारे कानून का क्रियान्वयन पुलिस के स्वविवेक पर निर्भर है जो चंद सिक्को मे उपलब्ध है।
:) वाह!!
***राजीव रंजन प्रसाद
:) :D
घुघूती बासूती
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