27 दिसंबर 2009

शिबू सोरेन पर एक कार्टून .........................


4 टिप्‍पणियां:

राकेश 'सोहम' ने कहा…

डूबे जी !
ये तो सांता नहीं..... संता और बंता हैं!!

कुर्सी -कुर्सी सब भजें,
कुर्सी दे न कोय
जिसे कुर्सी पहले मिले
वो कुर्सी का होय ..

० राकेश 'सोहम'

Udan Tashtari ने कहा…

डब्बे में बंद करके कुर्सी ही तो दी है...ताकि कोई देख न ले लाते हुए. :)

संजय बेंगाणी ने कहा…

कूर्सी मिली तो ये सब भी अपने आप पा लेगें. कुर्सी लाओ...

Kafir ने कहा…

nice cartoons
read all of them