मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
वाह! रामदेव जी की दुकान में शिलाजीत भी बिकने लगा?! :)
हा हा हा...बढ़िया लगा..
हर ओर तो ऊर्जा की अधिकता हो गयी।
ha ha ha great....
सुन्दर प्रस्तुति , बधाई.कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें , आभारी होऊंगा .
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5 टिप्पणियां:
वाह! रामदेव जी की दुकान में शिलाजीत भी बिकने लगा?! :)
हा हा हा...बढ़िया लगा..
हर ओर तो ऊर्जा की अधिकता हो गयी।
ha ha ha great....
सुन्दर प्रस्तुति , बधाई.
कृपया मेरे ब्लॉग पर भी पधारने का कष्ट करें , आभारी होऊंगा .
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