मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
सही है पानी हो तो आग ही क्यों लगे?
हा हा बहुत खूब
कुछ तो मदद करना ही चाहिये :)
एकदम सही बात. सच आज यही है.
सही बात है !!
Bahut shandar sir ji... man karta hai chura lun ye idea.. hahahaha.
हा हा बहुत सही डूबेजी।
कुछ सोचा है ऐसे भी - ये प्यास कब बुझेगी हाय आग कब बुझेगी ?
nice one.
bin pani sab soon
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10 टिप्पणियां:
सही है पानी हो तो आग ही क्यों लगे?
हा हा बहुत खूब
कुछ तो मदद करना ही चाहिये :)
एकदम सही बात. सच आज यही है.
सही बात है !!
Bahut shandar sir ji... man karta hai chura lun ye idea.. hahahaha.
हा हा बहुत सही डूबेजी।
कुछ सोचा है ऐसे भी - ये प्यास कब बुझेगी हाय आग कब बुझेगी ?
nice one.
bin pani sab soon
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