मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
..मगर इस कीमत पर शेम शेम !
सही है. बोझा तो पड़ा ही है.
हई शाबा :)
ऐसे ही पिसते जाओ बेटा, बस इसी तरह दलित उत्थान होगा. बहुत खूब.
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4 टिप्पणियां:
..मगर इस कीमत पर शेम शेम !
सही है. बोझा तो पड़ा ही है.
हई शाबा :)
ऐसे ही पिसते जाओ बेटा, बस इसी तरह दलित उत्थान होगा. बहुत खूब.
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