मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
नागों से बड़े विषधर के पास चला गया क्या?
क्यूं ड़र रहा है। तेरी ही गोल के थे वहां। पहचाना नहीं?
जान बची तो लाखों पाए !!
अपने से बड़ों की संगति से दूर ही रहना चाहिए...अच्छा किया जो लौट आया
अजगरों के दड़बे से लौटा है.दूध में हल्दी मिला कर पिलाओ तुरंत!!
शुक्र है बेचारे की जान बच गई!!!!
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नागों से बड़े विषधर के पास चला गया क्या?
क्यूं ड़र रहा है। तेरी ही गोल के थे वहां। पहचाना नहीं?
जान बची तो लाखों पाए !!
अपने से बड़ों की संगति से दूर ही रहना चाहिए...अच्छा किया जो लौट आया
अजगरों के दड़बे से लौटा है.दूध में हल्दी मिला कर पिलाओ तुरंत!!
शुक्र है बेचारे की जान बच गई!!!!
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