मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
अरे भाई बादलों को क्यों रूक रखा है...बरसने दें कृपा होगी
काहे को बादलों को रोकते हो भाई?...इहाँ दिल्ली तक तो आने ही दो ना
एक स्कूटर तक तो रुकती नहीं..बादलों को रोकने निकलें हैं यह महाशय!!
रोकिये जरुर रोकिये रुक नहीं रहे है .
अरे वाह...सामयिक व्यंग्य..
डूबेजी आप हमेशा कमाल करते हैं।-Zakir Ali ‘Rajnish’ { Secretary-TSALIIM & SBAI }
उत्तर प्रदेश में आने दो महाराज
aadhe bhopal jaaoaadhe Gwalior jaoobaaki Jabalpur mebaras jaoo
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8 टिप्पणियां:
अरे भाई बादलों को क्यों रूक रखा है...बरसने दें कृपा होगी
काहे को बादलों को रोकते हो भाई?...इहाँ दिल्ली तक तो आने ही दो ना
एक स्कूटर तक तो रुकती नहीं..बादलों को रोकने निकलें हैं यह महाशय!!
रोकिये जरुर रोकिये रुक नहीं रहे है .
अरे वाह...सामयिक व्यंग्य..
डूबेजी आप हमेशा कमाल करते हैं।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
उत्तर प्रदेश में आने दो महाराज
aadhe bhopal jaao
aadhe Gwalior jaoo
baaki Jabalpur me
baras jaoo
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