मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
ha ha ha ha ha, bahut achchhe
बहुत बढ़िया पर जबलपुर वालो की बस छूट गई है हा हा शहर सामयिकी .जोरदार व्यंग्य
sahi pharmaaya medam ji ne
दिल्ली वाली बस में ट्राई करें - दो तीन महीने में आने वाली है। जुगाड़ में लग जायें। :)
ट्रेन से वाया दिल्ली होकर भोपाल जाते तो शायद बात कुछ और होती । खैर अभी तो पांच साल में कई मौके आएंगे मंत्रिमंडल गठन के ..। फ़िर ट्राय मारें ।
भाई राजेश जीमुझे तो लगता है कि बस और बस - मालिक पर, कुछ ज्यादा ही भरोसा कर लिया था . आपका - विजय
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6 टिप्पणियां:
ha ha ha ha ha, bahut achchhe
बहुत बढ़िया पर जबलपुर वालो की बस छूट गई है हा हा शहर सामयिकी .जोरदार व्यंग्य
sahi pharmaaya medam ji ne
दिल्ली वाली बस में ट्राई करें - दो तीन महीने में आने वाली है। जुगाड़ में लग जायें। :)
ट्रेन से वाया दिल्ली होकर भोपाल जाते तो शायद बात कुछ और होती । खैर अभी तो पांच साल में कई मौके आएंगे मंत्रिमंडल गठन के ..। फ़िर ट्राय मारें ।
भाई राजेश जी
मुझे तो लगता है कि बस और बस - मालिक पर,
कुछ ज्यादा ही भरोसा कर लिया था .
आपका
- विजय
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