मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
सही लिखा है, कुछ लोग तो इसे देखकर ऐसा समझेंगे कि उन्हीं का हाल बयान किया है.
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सही लिखा है, कुछ लोग तो इसे देखकर ऐसा समझेंगे कि उन्हीं का हाल बयान किया है.
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