14 जुलाई 2008

doobeyji


5 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

haa haa!!

sudhakar soni,cartoonist ने कहा…

shandaar bahut hi
badhiya idea!

राजीव रंजन प्रसाद ने कहा…

सचमुच राशनकार्ड का यही उपयोग रह गया है...बेहतरीन कार्टून।

***राजीव रंजन प्रसाद

अंगूठा छाप ने कहा…

भई डूबेजी, बहुत अच्छे !!!!

अंगूठा छाप ने कहा…

भाई डूबेजी अच्छे अच्छे कार्टूनों के लिए बधाई!

कार्टूनांे का यही मजा है कि फास्टफूड के युग में ये फास्ट-तंज की तरह हैं। फटाफट क्लिक!
आपके कार्टून्स में मनोरंजन का जो पुट रहता है वो अच्छा लगता है। और ये जिज्ञासा पैदा करता है कि देखें तो सही आज क्या रचा डूबेजी ने! ये किसी भी रचनाकार की सफलता ही है।
खासकर आपकी रंग परसाई की थीम बड़ी यूनिक है। बधाई!

दिनोंदिन आपकी ख्याति बढ़े ऐसी शुभकामनाएं...

दोस्त जैसा ही आपका
अंगूठा छाप