मेरे लिए कार्टून एक विधा से बढकर,व्यंग के सारथी के समान,एक सामाजिक आंदोलन हैं.....
बहुत गहरा कटाक्ष, बहुत बडी समस्या का सटीक चित्रण करता है आपका यह कार्टून।***राजीव रंजन प्रसाद
एकदम निकट आता भविष्य दिख गया. जबरदस्त.
ऊफ! ईश्वर हमें सदबुद्धी दें। नदियों को पूज्य मानने वाले नदियो की दुर्दशा करते है। विदेशो में नदियाँ पूज्य नहीं इसलिए भी साफ रहती है। तेज धारदार व्यंग है। आभार।
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बहुत गहरा कटाक्ष, बहुत बडी समस्या का सटीक चित्रण करता है आपका यह कार्टून।
***राजीव रंजन प्रसाद
एकदम निकट आता भविष्य दिख गया. जबरदस्त.
ऊफ! ईश्वर हमें सदबुद्धी दें। नदियों को पूज्य मानने वाले नदियो की दुर्दशा करते है। विदेशो में नदियाँ पूज्य नहीं इसलिए भी साफ रहती है। तेज धारदार व्यंग है। आभार।
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